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Thursday, January 25, 2018

साधू और चूहा।। कहानी छोटी सी। kids story with moral.


 साधू और चूहा


एक बार की बात है एक चूहा था जो हमेशा बिल्ली से डर कर इधर उधर छिपता रहता। एक दिन बिल्ली उसके पीछे पड़ी थी। तभी वह भागते भागते एक कुटिया में पहुंचा वहाँ एक साधूतपस्या कर रहे थे। वह चूहा डर से कांप रहा था। साधू ने पूछा कि क्या हुआ तुम इतने भयभीत क्यों हो। चूहे ने सभी कहानी बयां की। साधू ने कहा ये तो बिल्ली का करम है। पर चूहे ने कहा कि अगर मैं बिल्ली होता तो मुझे कोई डर नहीं होता आप तो तपस्वी है मुझे कृपया बिल्ली बना दीजिये। साधू जी ने कहा तथास्तु ओर चमत्कार!! चूहा बिल्ली बन गया। वह बहुत खुश हुआ ।

अब वह सड़क पर रौब से चलने लगा उसे अब बिल में छुपने की जरूरत नही थी। वह चिंता मुक्त्त महसूस कर रहा था कि अचानक!!!!


एक कुत्ता आया और उसकी जान के पीछे पड़ गया। वो भागा ओर साधू जी की कुटिया में पहुंचा वह बहुत कांप रहा था। साधू जी ने पूछा अब क्या हुआ अब तो तुम बिल्ली हो फिर क्यों कांप रहे हो। चूहा बोला महाराज मुझे कुत्ते से बहुत डर लग रहा है वो मुझे मार डालेगा। आप कृपया मुझे कुत्ता बना दीजिये। 

साधु ने कहा तथास्तु! वह अब कुत्ता बन गया वो बड़े मजे से घूमने लगा गली गली। अब उसे किसी का डर नही था। लेकिन घूमते घूमते जब वह अपने इलाके के बाहर निकला तो कुत्तों ने उस पर हमला कर दिया।

वह फिर साधू जी के पास आया और सारा हाल बताया। अब उसने कहा मुझे शेर बना दो फिर कोई डर नही होगा।

साधु जी ने उसे शेर बना दिया। वह जैसे ही शेर बन कर बाहर निकला कि सभी लोग डरने लगे। वह खुश हो गया। लेकिन लोगों ने सरकस के लोगो को बुलाया उसे पकड़ने के लिये। वह फिर डर के भागा ओर कुटिया में पहुंचा। साधू जी ने कहा अब क्या हुआ। उसने कहा मुझे इंसानों से बहुत डर लगता है आप मुझे इंसान बना दीजिए। साधू जी ने कहा तथास्तु लकिन ये क्या!!!! 

वह इंसान नही दुबारा चूहा बन गया। वह बोला ये क्या किया महाराज??

साधू जी ने कहा कि तेरा दुख मैं दूर नहीं कर सकता क्योंकि तेरा केवल शरीर चूहे का नही है दिल भी चूहे का है। तुझे जो चाहे बना दू लेकिन डरना तेरे स्वभाव में है।

चूहा समझ गया। कि कोई भी शरीर से नही हिम्मत से बड़ा होता है। अगर हिम्मत हो तो चूहा भी शेर से कम नही है।

वह अब हिम्मत से जिंदगी जीने लगा उसने मोत का डर त्याग दिया। अब वह जिंदगी असली खुशी के साथ जी रहा था। 

शिक्षा- मृत्यु का भय जिंदगी को नीरस बना देता है।
2- हिम्मत से हर चुनोती का सामना किया जा सकता है।

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