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Wednesday, January 24, 2018

विद्या का महत्व। story on importance of knowledge. Kids story time.

विद्या का महत्व।



प्यारे बच्चों आज मैं लेकर आई हूँ बड़ी ही मजेदार कहानी। यह कहानी है दो दोस्तों की। एक का नाम था क्रिश ओर दूसरे का नाम रोहित था। दोनों पक्के दोस्त थे।



क्रिश बहुत अमीर था। उसके पास किसी चीज की कमी नहीं थी। वह जो चाहता उसे उसी वक़्त वो मिलता। लेकिन वह पढ़ाई नहीं करता था। वह पूरा दिन खेलता ओर मस्ती करता।

रोहित बहुत गरीब था। उसके पास स्कूल की फीस ओर किताबें आदि खरीदने के भी पैसे नहीं थे। पर उसकी मदद अकसर क्रिश कर दिया करता। जिससे वह अपनी पढ़ाई जारी रख सके। रोहित बहुत मेहनती था। वह मन लगाकर पढ़ाई करता और क्रिश को भी समझाता की तू भी पड़ा कर यार विद्या ही असली धन है। लेकिन क्रिश हस कर टाल देता और कहता कि तू पढ़ यार मेरे पापा के पास तो बहुत धन है। मुझे किसी चीज की कमी नही है। मेरी तो सात पीढ़ियां भी आराम से बैठ कर खा सकती है।


रोहित उस से कहता कि विद्या धन सर्वोपरि है। इसे प्राप्त करना केवल धन कमाने के लिय ही नही बल्कि एक अच्छा इंसान बनने के लिये भी जरूरी है। लेकिन क्रिश उसकी किसी बात पर ज्यादा ध्यान नहीं देता और खेल में लगा रहता।


कई साल बाद रोहित को अच्छे पद पर सरकारी नोकरी मिल गयी। वह अब क्रिश से बहुत दूर था। वह क्रिश को काफी याद करता था। लकिन जब वह कालेज में आया तो क्रिश ने पढ़ाई छोड़ दी थी और वह विदेश चला गया था। बाद में उसकी कोई खबर नही मिली।

आज रोहित की जिंदगी का बहुत खास दिन था क्योंकि वह उच्च पद पर आसीन हुआ था। वह सोच रहा था कि अगर क्रिश उसकी सहायता नहीँ करता तो वो आज इस स्थान पर नही होता।

तभी उसके दरवाजे पर दस्तक हुई उसने आज्ञा दी अन्दर आने के लिये। एक चपरासी था जो बकशीश लेने आया था। वह बोला नोकरी मुबारक हो साहब। भगवान और तरक्की दे आपको। रोहित ने कुर्सी दीवार की तरफ घूमा रखी थी। वह जैसे ही आंसू पोंछ कर उस चपरासी की तरफ़ मुड़ा अरे!!

ये क्या सामने तो क्रिश खड़ा था। रोहित ने क्रिश को गले लगा लिया और रोने लगा क्रिश मेरे यार तू कहाँ चला गया था , देख आज तेरे कारण ही मैं यहाँ पहुंचा हूँ।  तेरा बहुत बहुत धन्यवाद मेरे यारा।

पर क्रिश उस से नजरे चुरा रहा था क्योंकि वो अपने आपको बहुत ही छोटा समझ रहा था और बहुत शर्मिंदा भी हो रहा था।

लेकिन रोहित ने उसे खूब आदर सत्कार से बिठाया ओर उसका सारा हाल पूछा।

क्रिश ने कहा यारा तू ठीक कहता था कि विद्या ही सबसे अनमोल धन है। मैंने तेरी बात नही मानी। और आज यह दिन देख रहा हूँ।

रोहित ने उसकी सहायता की ओर उसे एक कारोबार खुलवा दिया और कहा कि अब तू मेहनत करना मत छोङना। क्रिश कुछ ही सालो में अमीर हो गया और रोहित के साथ  मजे से भाई की तरह रहने लगा।


शिक्षा---1-  विद्या धन ही असली धन है।

           2-   एक अच्छा दोस्त जिंदगी बदल देता है।

          3- नेकी का परिणाम अच्छा ही मिलता है।

           

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